इस गांव में जिंदा को नही बल्कि मरे हुए हितग्राहियों को मिल रही है पेंसन, पंचायत सचिव का कारनामा

Feb 24, 2024 - 14:54
Feb 24, 2024 - 14:57
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इस गांव में जिंदा को नही बल्कि मरे हुए हितग्राहियों को मिल रही है पेंसन, पंचायत सचिव का कारनामा

बलरामपुर - जिला मुख्यालय से महज पाँच किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत में पेंसन योजना में गड़बड़ी का मामला सामने आया है,,तत्कालीन पंचायत सचिव की लापरवाही से गांव के दो दर्जन से ज्यादा हितग्राहियों को 6 महीने से पेंशन योजना जे तहत मिलने वाली राशि नही दी गई है जिससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ,,वही तत्कालीन पंचायत सचिव की करतूतों से गांव के करीब 7 मृत हितग्राहियों को भी पेंसन योजना का लाभ दिया जा रहा है ,,जिसको लेकर ग्रामीणों ने पंचायत सचिव को दोषी बताया है ,,वही पूरे मामले में कलेक्टर ने जाँच के बाद कार्यवाही की बात कही है ।

दरअसल पूरा मामला बलरामपुर जनपद पंचायत के बड़किमहरी गांव है जो कि जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थिर है और इसी गांव में पंचायत सचिव ने सरकार की पेंसन योजना में डाका डालने का काम किया है ,जिसकी वजह से गांव बुजुर्ग और विधवा हितग्राही परेशान है ,,आपको बता दे कि सरकार द्वारा विधवा ,सामाजिक सुरक्षा, बृद्धा पेंसन के अलावा दिव्यांग पेंसन योजना का संचालन करती है जिसके तहत गांव के बुजुर्ग और विधवा महिलाओं को पहले 350 रु प्रत्येक महीने दिया जाता जो अब बढ़ाकर 500 रु कर दी गई और पेंसन योजना के तहत मिलने वाली राशि बुजुर्गों के लिए एक बड़े सहारे का काम करती है ,,लेकिन इस गांव के तत्कालीन सचिव ने गांव के करीव दो दर्जन से ज्यादा हितग्राहियों को पेंसन की राशि का वितरण नही किया ,,पात्र हितग्राहियों को पेंसन की राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेजने का प्रावधान है और इसके अलावा गांव के कुछ ऐसे भी बुजुर्ग हितग्राही है जिनको पेंसन की राशि नगद दी जाती है ,,जो कि गांव में किसी हितग्राही को एक साल तो किसी हितग्राही को 6 से 8 महीने की पेंसन की राशि नही दी गई ,,पेंशन की राशी को निकालने के लिए हितग्राही बैंक के चक्कर काट रहे है लेकिन खाते में योजना की राशि नही होने से ग्रामीण मायूस है ,,,

मामले हैरानी की बात तो यह है कि गांव के करीब 7 ऐसे हितग्राही है जिनका नाम पेंसन योजना में अभी भी जुड़ा हुआ है और उनके खाते में योजना की राशी भी भेजी जा रही है ,,जिससे आप यह साफ अंदाजा लगा सकते है गांव के पंचायत सचिव अपने कार्य को लेकर कितने लापरवाह है ,,,वही अब मामला सामने आने के बाद कलेक्टर ने जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की बात कही है ।अब देखने वाली बात यह होगी कि संबंधित मामले में रसूखदार सचिव के उपर कोई कार्रवाई होती है, या फिर जांच का हवाला दे कर मामले में इति श्री कर लिया जाएगा।

By- Dewesh dubey

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